जापानी महिलाओं का दबदबा, एक नकाबपोश मालकिन, विनम्र नायकों को अपने नाटकों में बदल देती है और बांधती है। युद्ध-कठोर योद्धा, लेगिंग पहने हुए, उसके नियंत्रण के आगे झुक जाते हैं, उनकी इच्छाएँ उसकी परपीड़क इच्छाओं से टूट जाती हैं।.
प्रभुत्व और समर्पण का खेल, वर्चस्व और आज्ञाकारिता का एक आकर्षक नृत्य। महिलाओं का दबदबा, कसी हुई लेगिंग्स में लिपटना, उनके अधिकार का प्रयोग करना, उनके हर आदेश का परीक्षण करना। दास, बंधे और असहाय, उनकी इच्छा के आगे झुक जाते हैं, उनकी इच्छाओं के आगे झुकते हैं, उनकी शक्ति और समर्पण का एक रोमांचक तमाशा होता है। नारीत्व, बंधन की देवी, स्वतंत्रता का कोई निशान नहीं छोड़ती हैं। दास, पराजित और बाध्य, उनकी दया पर छोड़ दिया जाता है, उनकी किस्मत उनके हाथों में है। यह दुनिया में एक कुशलता है जहां समर्पण का आनंद ही आनंद है, जहां समर्पण का रोमांच है।.